काल भैरव अष्टक | Kaal Bhairav Ashtakam Stotra

काल भैरव अष्टक | Kaal Bhairav Ashtakam Stotra

काल भैरव अष्टक स्तोत्र भैरव भगवान् को समपर्पित है। यह स्तोत्र का का पाठ रोजाना या शनिवार को कर सकते है। भगवान भैरव शिव के स्वरूप हैं। काल भैरव अष्टक स्तोत्र काल भैरव अष्टकम स्तोत्र के नाम से भी जाना जाता है। भगवन भैरव आपको सभी नकारात्मक ऊर्जा से दूर रखते हैं। भैरव भगवान् की महिमा सभी भगवानो की तुलना में अलग है इनकी पूजा आपको विभिन्न प्रकार की अनुभूति कराती है और काल भैरव अष्टक आपके समस्यायों को दूर करता है।  यह स्तोत्र राम रक्षा स्तोत्र  या आदित्य हृदय स्तोत्र से अलग है। तो आइये काल भैरव अष्टक स्तोत्र पढ़ते है। 

काल भैरव अष्टक | Kaal Bhairav Ashtakam

देवराजसेव्यमानपावनांघ्रिपङ्कजं व्यालयज्ञसूत्रमिन्दुशेखरं कृपाकरम् ।
नारदादियोगिवृन्दवन्दितं दिगंबरं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ १॥

भानुकोटिभास्वरं भवाब्धितारकं परं नीलकण्ठमीप्सितार्थदायकं त्रिलोचनम् ।
कालकालमंबुजाक्षमक्षशूलमक्षरं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ २॥

शूलटंकपाशदण्डपाणिमादिकारणं श्यामकायमादिदेवमक्षरं निरामयम् ।
भीमविक्रमं प्रभुं विचित्रताण्डवप्रियं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ३॥

भुक्तिमुक्तिदायकं प्रशस्तचारुविग्रहं भक्तवत्सलं स्थितं समस्तलोकविग्रहम् ।
विनिक्वणन्मनोज्ञहेमकिङ्किणीलसत्कटिं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे॥ ४॥

धर्मसेतुपालकं त्वधर्ममार्गनाशनं कर्मपाशमोचकं सुशर्मधायकं विभुम् ।
स्वर्णवर्णशेषपाशशोभितांगमण्डलं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ५॥

रत्नपादुकाप्रभाभिरामपादयुग्मकं नित्यमद्वितीयमिष्टदैवतं निरंजनम् ।
मृत्युदर्पनाशनं करालदंष्ट्रमोक्षणं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ६॥

अट्टहासभिन्नपद्मजाण्डकोशसंततिं दृष्टिपात्तनष्टपापजालमुग्रशासनम् ।
अष्टसिद्धिदायकं कपालमालिकाधरं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ७॥

भूतसंघनायकं विशालकीर्तिदायकं काशिवासलोकपुण्यपापशोधकं विभुम् ।
नीतिमार्गकोविदं पुरातनं जगत्पतिं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ८॥

॥ फल श्रुति॥

कालभैरवाष्टकं पठंति ये मनोहरं ज्ञानमुक्तिसाधनं विचित्रपुण्यवर्धनम् ।
शोकमोहदैन्यलोभकोपतापनाशनं प्रयान्ति कालभैरवांघ्रिसन्निधिं नरा ध्रुवम् ॥

॥इति कालभैरवाष्टकम् संपूर्णम् ॥

काल भैरव अष्टक के लाभ | Benefits of Kaal Bhairav Ashtakam

1.संतान को लंबी उम्र प्रदान करते है
2.राहु-केतु के उपायों के लिए भी काल भैरव पूजन करना अच्छा माना जाता है।
3.काल भैरव अष्टमी में इसके जाप से शीघ्र फल मिलता है। 
4.तंत्र मंत्र या तांत्रिक क्रियाओं को यह स्तोत्र दूर करता है। 
5.यह स्तोत्र आपको हमेशा ऊर्जावान रखता है। 
6. काल भैरव के नाम जप मात्र से मनुष्य को कई रोगों से मुक्ति मिलती है। 
7.काल भैरव स्तोत्र से असामायिक मृत्यु से बचा जा सकता है।
8.कालभैरव अष्टमी पर भैरव के दर्शन करने से अशुभ कर्मों से मुक्ति मिल सकती है। 
9.काल भैरव की पूजा करके पत्रिका के दोषों का निवारण आसानी से कर सकते है। 
10.शनिवार या मंगलवार को  पाठ का वाचन कराने से समस्त कष्टों और परेशानियों से मुक्त हो सकते हैं।

काल भैरव अष्टक की पूजा-अर्चना करने से परिवार में सुख-शांति, समृद्धि के साथ-साथ स्वास्थ्य में भी लाभ मिलता है इस स्तोत्र के साथ भैरव बाबा के अन्य पाठ भी बहुत लाभदायी जैसे भैरव तंत्रोक्त, बटुक भैरव कवच, काल भैरव स्तोत्र, बटुक भैरव ब्रह्म कवच आदि। 

आशा करते हैं आप सभी को यह पाठ काफी अच्छा लगा होगा। 

काल भैरव अष्टक


Post a Comment

0 Comments