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Janmashtami 2025: भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की संपूर्ण जानकारी

Janmashtami हिंदू धर्म का एक अत्यंत महत्वपूर्ण और पावन पर्व है, जो भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन देशभर में भक्ति, श्रद्धा और उल्लास का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। लाखों भक्त happy janmashtami और happy krishna janmashtami की शुभकामनाएं देते हुए उपवास रखते हैं, भजन-कीर्तन करते हैं और रात 12 बजे श्रीकृष्ण जन्म महोत्सव मनाते हैं।

इस लेख में हम janmashtami kab hai, 2025 में इसकी तिथि, पूजा विधि, महत्व और खास परंपराओं की विस्तृत जानकारी देंगे, ताकि आप इस साल का जन्माष्टमी पर्व पूरी श्रद्धा से मना सकें।

Janmashtami 2025 कब है?

अगर आप जानना चाहते हैं कि janmashtami kab hai, तो ज्योतिषीय गणना के अनुसार Janmashtami 2025 मंगलवार, 19 अगस्त 2025 को मनाई जाएगी।

  • अष्टमी तिथि प्रारंभ – 19 अगस्त 2025, सुबह 11:02 बजे

  • अष्टमी तिथि समाप्त – 20 अगस्त 2025, सुबह 08:17 बजे

  • रोहिणी नक्षत्र – 19 अगस्त 2025, सुबह 11:56 बजे से

  • निशिता काल पूजा समय – 19 अगस्त 2025, रात 11:59 बजे से 20 अगस्त 2025, रात 12:44 बजे तक

ध्यान दें कि janmashtami kab hai का निर्धारण चंद्र कैलेंडर और रोहिणी नक्षत्र के अनुसार किया जाता है, क्योंकि यही भगवान कृष्ण का जन्म नक्षत्र है।

Janmashtami 2025 का धार्मिक महत्व

Krishna janmashtami का महत्व केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक भी है। श्रीकृष्ण का जन्म मथुरा की कारागार में हुआ था, जब पृथ्वी पर अधर्म और अत्याचार बढ़ गए थे। उन्होंने अपने अद्भुत ज्ञान, पराक्रम और लीला से धर्म की स्थापना की।

Janmashtami 2025 पर उपवास, कथा और भजन-कीर्तन करके भक्त अपने जीवन में प्रेम, करुणा और धर्म का संचार करते हैं। यह दिन happy janmashtami की शुभकामनाएं देने और अपने परिवार, मित्रों व समाज में सद्भाव फैलाने का अवसर है।

Janmashtami 2025: पूजा विधि और व्रत नियम

अगर आप जानना चाहते हैं कि Janmashtami 2025 पर सही पूजा विधि क्या है, तो यहां क्रमबद्ध विवरण दिया गया है:

  1. सुबह स्नान और संकल्प – ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें।

  2. पूजा स्थान की तैयारी – घर में पूर्व दिशा की ओर भगवान श्रीकृष्ण का झूला सजाएं।

  3. श्रीकृष्ण का श्रृंगार – उन्हें पीताम्बर, मोरपंख मुकुट, बांसुरी और फूलों से सजाएं।

  4. भजन-कीर्तन और मंत्र जाप – “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें।

  5. निशिता काल पूजा – रात 12 बजे श्रीकृष्ण जन्म का उत्सव मनाएं, शंख-घंटी बजाएं और आरती करें।

  6. भोग अर्पण – माखन-मिश्री, पंजीरी, धनिया पंजीरी और पंचामृत का भोग लगाएं।

  7. व्रत का समापन – अगले दिन सूर्योदय के बाद व्रत तोड़ें।

पूजा के समय janmashtami kab hai की सही जानकारी होना आवश्यक है, ताकि निशिता काल में पूजा संपन्न हो सके।

Janmashtami 2025

Janmashtami 2025: देशभर में खास उत्सव

1. मथुरा और वृंदावन

Krishna janmashtami का सबसे भव्य आयोजन मथुरा और वृंदावन में होता है। यहां के मंदिरों में रासलीला, झांकी, माखन चोरी और दही-हांडी की अद्भुत झलक मिलती है।

2. महाराष्ट्र की दही-हांडी

मुंबई और ठाणे में happy krishna janmashtami पर दही-हांडी का आयोजन होता है। गोविंदा मंडलियां मानव पिरामिड बनाकर ऊंची लटकी मटकी को तोड़ती हैं, जो श्रीकृष्ण की बाल-लीला का प्रतीक है।

3. गुजरात का द्वारका उत्सव

द्वारका नगरी में Janmashtami 2025 पर मंदिरों को फूलों और दीपों से सजाया जाता है। यहां रातभर भजन और महाआरती का आयोजन होता है।

Janmashtami kab hai – 2025 में उपवास का महत्व

व्रत रखने से शरीर और मन दोनों शुद्ध होते हैं। Janmashtami kab hai की सही तिथि और पूजा मुहूर्त जानकर उपवास रखने से आपको अधिक पुण्य मिलता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन का उपवास जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश करता है और मोक्ष की प्राप्ति में सहायक होता है।

Janmashtami 2025 पर घर में सजावट के आइडिया

  • झूले पर सुंदर कपड़े और फूलों की सजावट करें।

  • मोरपंख, बांसुरी और बटर पॉट से सजावट को थीमेटिक बनाएं।

  • दीयों और रंगोलियों से घर को रोशन करें।

  • Happy janmashtami लिखे बैनर और पोस्टर लगाएं।

Janmashtami 2025 से जुड़े भक्ति गीत और मंत्र

  • “यशोदा के लाल” और “गोपाल गोपाल” जैसे भजन वातावरण को पवित्र बनाते हैं।

  • मंत्र: ॐ नमो भगवते वासुदेवाय का जाप करें।

  • Happy krishna janmashtami के संदेशों के साथ सोशल मीडिया पर भक्ति भाव फैलाएं।

Janmashtami 2025: FAQ

Q1: Janmashtami kab hai 2025 में?

Ans: 2025 में janmashtami kab hai – 19 अगस्त 2025, मंगलवार को निशिता काल में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा।

Q2: Krishna Janmashtami पर क्या करना चाहिए?

Ans: उपवास रखें, पूजा करें, भजन-कीर्तन करें और मध्यरात्रि में श्रीकृष्ण जन्म महोत्सव मनाएं।

Q3: Janmashtami पर उपवास का क्या महत्व है?

Ans: यह उपवास आत्मशुद्धि और मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग है।

Q4: Happy janmashtami की शुभकामनाएं कैसे दें?

Ans: आप कह सकते हैं – “Happy Krishna Janmashtami, श्रीकृष्ण आपके जीवन में सुख-समृद्धि लाएं।”

Q5: Janmashtami 2025 में पूजा का शुभ समय क्या है?

Ans: निशिता काल – 19 अगस्त 2025, रात 11:59 बजे से 12:44 बजे तक।


निष्कर्ष

Janmashtami 2025 केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं, बल्कि प्रेम, भक्ति और सत्य की स्थापना का प्रतीक है। Janmashtami kab hai जानकर, सही विधि से पूजा कर, और happy krishna janmashtami की शुभकामनाएं देते हुए हम इस पावन पर्व को और भी भव्य बना सकते हैं।

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